अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट क्रैश होने के बाद डीजीसीए (DGCA) पूरी तरह से अलर्ट मोड पर आ गया है। इस दर्दनाक हादसे में 241 यात्रियों की जान चली गई, केवल एक व्यक्ति ही जीवित बच पाया। अब DGCA ने एयर इंडिया के सभी बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों की तत्काल जांच के आदेश जारी किए हैं।
DGCA ने स्पष्ट किया है कि बोइंग 787-8 और बोइंग 787-9 ड्रीमलाइनर विमानों में फ्यूल मॉनिटरिंग, इंजन कंट्रोल सिस्टम, हाइड्रोलिक सिस्टम, टेक-ऑफ पैरामीटर्स, और फ्लाइट कंट्रोल्स की गहन जांच की जाएगी।
एयर इंडिया के पास इस समय कुल 33 ड्रीमलाइनर विमान हैं, जिनमें 26 बोइंग 787-8 और 7 बोइंग 787-9 शामिल हैं। इन सभी की विशेष जांच DGCA के क्षेत्रीय कार्यालयों की कड़ी निगरानी में होगी।
DGCA के आदेशों में मुख्य बिंदु:
- हाइड्रोलिक सिस्टम, इंजन ऑयल सिस्टम और फ्यूल एक्ट्यूएटर की जांच अनिवार्य।
- फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम का ट्रांजिट इंस्पेक्शन जरूरी।
- पावर एश्योरेंस टेस्ट 15 दिनों के भीतर पूरा करना होगा।
- पिछले 15 दिनों में दर्ज की गई रिपीट समस्याओं की समीक्षा और समाधान की रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी।
हादसे के बाद GE एयरोस्पेस ने भी बयान जारी कर कहा कि वे जांच एजेंसियों और एयर इंडिया को पूरा सहयोग देंगे। गौरतलब है कि अहमदाबाद से लंदन जा रही यह फ्लाइट उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है।