नेशनल हाईवे पर टोल टैक्स से गुजरने वाले लाखों वाहन चालकों के लिए केंद्र सरकार ने एक अहम फैसला लिया है। अब निजी गाड़ी मालिक ₹3000 देकर एक साल के लिए फास्टैग वार्षिक पास ले सकेंगे, जिससे वे सालभर में 200 बार तक टोल प्लाजा पार कर पाएंगे। यह योजना उन लोगों के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है, जो रोजाना या हफ्ते में कई बार नेशनल हाईवे से सफर करते हैं।
योजना का उद्देश्य:
सरकार का मकसद हाईवे पर यातायात को सुगम बनाना और डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देना है। बार-बार टोल चुकाने के बजाय अब वाहन चालक पहले से भुगतान कर सकते हैं और सुविधाजनक यात्रा का आनंद ले सकते हैं।
स्कीम से जुड़े प्रमुख बिंदु:
1. किसके लिए है यह योजना?
यह सुविधा सिर्फ निजी फोर व्हीलर गाड़ियों जैसे कार, SUV आदि के लिए है। कमर्शियल गाड़ियाँ (टैक्सी, ट्रक, बस) इस योजना के अंतर्गत नहीं आतीं।
2. सालभर में कितनी बार टोल पार कर सकते हैं?
फास्टैग वार्षिक पास के तहत 200 बार टोल पार करने की अनुमति मिलेगी। इससे ज्यादा क्रॉसिंग के बाद सामान्य दरों से शुल्क लिया जाएगा।
3. पास कहां से मिलेगा?
यह पास फास्टैग सेवा देने वाले बैंकों, फास्टैग ऐप, और NHAI के पोर्टल से खरीदा जा सकता है। इसे वाहन के फास्टैग नंबर से लिंक किया जाएगा।
4. क्या ₹3000 रिफंडेबल है?
नहीं, यह पूरी तरह से नॉन-रिफंडेबल अमाउंट है। यदि आप पूरे 200 बार टोल पार नहीं करते, तो भी बची हुई क्रॉसिंग की कोई भरपाई नहीं होगी।
5. क्या यह सभी टोल प्लाजा पर मान्य होगा?
हां, यह पास देशभर के नेशनल हाईवे पर स्थित फास्टैग टोल प्लाजा पर मान्य होगा। इसका दायरा व्यापक है, जिससे अधिकतर यूजर्स को लाभ मिल सके।