रायपुर में छत्तीसगढ़ की छात्र राजनीति में एक बार फिर गुटबाजी साफ तौर पर नजर आई, जब NSUI (नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया) के दो अलग-अलग गुटों ने एक ही मुद्दे पर अलग-अलग तरीकों से विरोध प्रदर्शन किया। यह पूरा घटनाक्रम रायपुर में उस समय सामने आया, जब PRSU में गलत प्रश्न पत्र बांटे जाने के मामले को लेकर संगठन ने विरोध जताया।
एक गुट ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए जमकर नारेबाजी की और कुलपति को हटाने की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा। इस गुट ने कहा कि यह केवल एक लापरवाही नहीं, बल्कि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है और इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए।
वहीं, दूसरे गुट ने थोड़ा अलग रुख अपनाते हुए “सद्बुद्धि यज्ञ” का आयोजन किया। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रबंधन की मानसिकता में बदलाव की प्रार्थना करते हुए यज्ञ के जरिए अपना विरोध दर्ज कराया। इस यज्ञ में नारियल फोड़े गए और मंत्रोच्चार के साथ विश्वविद्यालय के निर्णयकर्ताओं को ‘सद्बुद्धि’ देने की कामना की गई।
इस घटनाक्रम से NSUI के अंदर स्पष्ट गुटबाजी का संकेत मिला है, जो आने वाले छात्रसंघ चुनावों पर भी असर डाल सकती है। दोनों गुटों का एक ही मुद्दे पर अलग-अलग मार्ग अपनाना संगठन की एकजुटता पर सवाल खड़े करता है। हालांकि दोनों ही पक्ष छात्रों के हितों की बात कर रहे हैं, परंतु उनकी कार्यशैली में मतभेद ने संगठन के भीतर विचारधारा की विविधता को उजागर कर दिया है।