रायपुर। छत्तीसगढ़ के चर्चित शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व मंत्री कवासी लखमा और उनके बेटे की करीब 5.50 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली है। इसके अलावा, सुकमा स्थित कांग्रेस कार्यालय, जिसकी कीमत लगभग 68 लाख रुपये बताई जा रही है, को भी ईडी ने अटैच कर लिया है। यह देश में पहला मामला है जब किसी राजनीतिक पार्टी के कार्यालय को ईडी ने जब्त किया है।
ईडी के अनुसार, कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा ने शराब घोटाले से अर्जित अवैध रकम का निवेश इन संपत्तियों में किया था। ईडी ने रायपुर में स्थित कवासी लखमा की संपत्ति, हरीश लखमा की सुकमा स्थित जमीन, भवन और बैंक खातों को अटैच किया है।
बता दें कि कवासी लखमा, जो भूपेश बघेल सरकार में आबकारी मंत्री थे, 16 जनवरी से जेल में बंद हैं। ईडी का आरोप है कि लखमा को शराब सिंडिकेट से हर माह दो करोड़ रुपये मिलते थे और यह सिलसिला लगभग तीन साल तक चला। इस दौरान उन्होंने करीब 72 करोड़ रुपये की अवैध कमाई की, जिसमें से कुछ राशि सुकमा में कांग्रेस कार्यालय और अपने बेटे के मकान के निर्माण में लगाई गई थी।
ईडी की जांच में सामने आया है कि छत्तीसगढ़ में 2019 से 2022 के बीच शराब घोटाले में करीब 2,161 करोड़ रुपये की अवैध कमाई हुई है। इस घोटाले में वरिष्ठ नौकरशाह, राजनीतिक नेता और आबकारी विभाग के अधिकारी भी शामिल बताए जा रहे हैं।
इस कार्रवाई के बाद छत्तीसगढ़ की सियासत में हलचल मच गई है। कांग्रेस की ओर से फिलहाल इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। ईडी ने इसे प्रोविजनल अटैचमेंट बताया है और मामले की जांच आगे जारी है।