नई दिल्ली। भारत द्वारा पाकिस्तान और पीओके में स्थित आतंकी ठिकानों पर किए गए ऑपरेशन सिंदूर को आज एक महीना हो चुका है, लेकिन पाकिस्तान अभी भी इस हमले के असर से उबर नहीं पाया है। इसी बीच, भारत अपनी सैन्य तैयारियों को और मजबूत करने के लिए 7 जून से 8 जून तक राजस्थान की पाकिस्तान सीमा के पास भारतीय वायुसेना का बड़ा युद्धाभ्यास करने जा रहा है।
राजस्थान सीमा पर भारतीय वायुसेना का शक्ति प्रदर्शन
भारतीय वायुसेना (IAF) ने एयरमेन को नोटिस टू एयरमेन (NOTAM) जारी करते हुए जानकारी दी है कि यह अभ्यास 7 जून को दोपहर 3:30 बजे शुरू होगा और 8 जून को रात 8:30 बजे तक चलेगा। यह अभ्यास भारत की नियमित सैन्य रणनीति का हिस्सा है और इसका मकसद सीमा क्षेत्र में एयर डिफेंस की तैयारियों को परखना है।
इस दौरान राफेल, मिराज 2000 और सुखोई-30 जैसे अत्याधुनिक फाइटर जेट आसमान में गरजते नजर आएंगे। इसके साथ ही एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम और अन्य प्लेटफॉर्म भी अभ्यास का हिस्सा होंगे।
पीएम मोदी का ऑपरेशन सिंदूर पर बयान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6 जून को अपने संबोधन में कहा, “6 मई की रात पाकिस्तान पर कहर बनकर टूटी थी। ऑपरेशन सिंदूर अब पाकिस्तान की हार की पहचान बन चुका है। यह ऑपरेशन हमारी सैन्य शक्ति और आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति का परिचायक है।”
22 अप्रैल का आतंकी हमला और भारत की कड़ी प्रतिक्रिया
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 22 निर्दोष हिंदू नागरिक मारे गए थे। भारत ने इस हमले के पीछे लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और टीआरएफ जैसे आतंकी संगठनों को जिम्मेदार ठहराया। इसके जवाब में भारत ने 6-7 मई की रात को 1:05 बजे से 1:30 बजे के बीच ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया। यह हमला 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 के बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद भारत का तीसरा बड़ा एक्शन था।
सिंधु जल संधि पर कार्रवाई
23 अप्रैल को भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ एक और बड़ा कदम उठाते हुए सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया। यह संधि 1960 में हुई थी जिसके तहत पाकिस्तान को सिंधु नदी का 80% पानी मिलता था। संधि के निलंबन से पाकिस्तान में पानी की भारी किल्लत शुरू हो गई।