तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में आयोजित मिस वर्ल्ड कार्यक्रम उस समय विवादों में घिर गया जब इंग्लैंड से आई एक विदेशी प्रतिभागी ने आयोजन के बीच में ही कार्यक्रम को छोड़ दिया। लौटने से पहले युवती ने आयोजकों पर बेहद गंभीर आरोप लगाए और कहा, “मुझे ऐसा महसूस हुआ जैसे मेरा इस्तेमाल किया जा रहा हो।”
इस बयान के बाद विपक्षी दल बीजेपी और बीआरएस ने आरोप लगाया है कि इस शर्मनाक घटना के पीछे एक राज्यसभा सांसद और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के चेयरमैन का हाथ हो सकता है। ये दोनों नेता सरकार के बेहद करीबी माने जाते हैं।
विपक्ष का कहना है कि जब अंतरराष्ट्रीय मेहमान भी सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे, तो आम नागरिकों की सुरक्षा का अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं। अगर सत्ता में बैठे लोग ही देश की छवि धूमिल करें, तो पूरा प्रशासनिक तंत्र कटघरे में खड़ा होता है।
यह मामला सिर्फ एक फैशन कार्यक्रम की गरिमा का नहीं बल्कि भारत की साख, महिलाओं के सम्मान और मानवता की मर्यादा से भी जुड़ा है। ऐसे में आवश्यक है कि सरकार बिना किसी दबाव के निष्पक्ष और पारदर्शी जांच करवाए।