रायपुर अब सिर्फ छत्तीसगढ़ की राजधानी नहीं, बल्कि भारत की ऊर्जा तकनीक का नया केंद्र बनने जा रहा है। देश के सबसे आधुनिक और उन्नत ट्रांसफॉर्मर यहीं बनेंगे। दो बड़ी कंपनियां 900 करोड़ रुपए का निवेश करेंगी और अत्याधुनिक इलेक्ट्रिकल टेक्नोलॉजी का डेटा सेंटर भी बनेगा।
क्या होगा खास?
भारत में पहली बार ऐसा ट्रांसफॉर्मर प्लांट बनेगा जो 600 एमवीए (मेगावोल्ट ऐंपियर) की कैपेसिटी के ट्रांसफॉर्मर बनाएगा।
ये ट्रांसफॉर्मर देशभर के हाईटेंशन बिजली प्रोजेक्ट्स में काम आएंगे।
साथ ही, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित पावर मॉनिटरिंग सिस्टम भी यहीं से विकसित होगा।
मुख्यमंत्री से मिलकर दी जानकारी
कंपनी प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर इस प्रोजेक्ट की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने इसे राज्य के युवाओं के लिए रोजगार और तकनीकी विकास का सुनहरा मौका बताया।
निवेश का असर:
900 करोड़ रुपए का कुल निवेश
1000 से अधिक युवाओं को सीधे रोजगार
AI आधारित स्मार्ट पावर सिस्टम से भारत को वैश्विक टेक्नोलॉजी में बढ़त
कंपनी का दावा:
“यह डील मील का पत्थर साबित होगी। रायपुर को ग्लोबल ग्रिड टेक्नोलॉजी मैप पर स्थापित किया जाएगा।”