गर्मियों में शरीर को हाइड्रेट रखना बेहद जरूरी हो जाता है। तेज धूप, पसीना और अधिक फिजिकल एक्टिविटी शरीर से जरूरी फ्लुइड्स को बाहर निकाल देते हैं। अगर समय पर पानी की कमी की भरपाई न की जाए तो डिहाइड्रेशन जैसी गंभीर समस्या हो सकती है।
डिहाइड्रेशन क्या है?
जब शरीर को उतना पानी नहीं मिल पाता, जितनी उसे आवश्यकता होती है, तो उसे डिहाइड्रेशन कहते हैं। यह आमतौर पर अत्यधिक गर्मी, बुखार, उल्टी, दस्त, या पर्याप्त पानी न पीने के कारण हो सकता है।
शरीर में पानी की भूमिका
पानी शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है, विषैले तत्वों को बाहर निकालता है, पाचन में सहायता करता है और अंगों को सुरक्षित रखता है। एक स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में लगभग 60-70% पानी होता है, जबकि नवजात शिशुओं में यह 75-80% तक होता है।
डिहाइड्रेशन के प्रमुख कारण:
- पर्याप्त पानी न पीना
- गर्मी, पसीना, बुखार, उल्टी या दस्त
- डायबिटीज, लिवर रोग जैसी बीमारियां
- अधिक कैफीन या अल्कोहल का सेवन
डिहाइड्रेशन के सामान्य लक्षण:
- बार-बार प्यास लगना
- मुंह सूखना
- गहरा पीला यूरिन
- थकावट, चक्कर आना, चिड़चिड़ापन
- आंखों का धंसना, त्वचा का रूखा होना
डिहाइड्रेशन का इलाज:
हल्के डिहाइड्रेशन में घर पर ORS और खूब पानी पीना पर्याप्त होता है। गंभीर स्थिति में अस्पताल में IV फ्लुइड्स की जरूरत हो सकती है।
डिहाइड्रेशन से बचाव के तरीके:
- बार-बार थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पानी पिएं
- मौसमी फलों और सब्जियों का सेवन करें
- धूप में बाहर जाने से बचें
- शरीर की एक्टिविटी के अनुसार पानी की मात्रा बढ़ाएं
पानी की जरूरत उम्र के अनुसार:
- महिलाओं को प्रतिदिन लगभग 2.7 लीटर
- पुरुषों को प्रतिदिन लगभग 3.7 लीटर
- बच्चों और बुजुर्गों को विशेष ध्यान देने की जरूरत
डिहाइड्रेशन से जुड़े सवाल-जवाब:
- किन्हें अधिक खतरा?
बच्चे, बुजुर्ग, अधिक ऊंचाई पर रहने वाले लोग और बीमार व्यक्तियों को। - कब डॉक्टर से मिलना चाहिए?
बेहोशी, तेज सांस और नाड़ी, अत्यधिक थकावट के समय तुरंत चिकित्सकीय सलाह लें। - कौन से खाद्य पदार्थ फायदेमंद?
तरबूज, खरबूज, खीरा, पालक, संतरा, बेल, नारियल पानी, नींबू पानी, सत्तू, छाछ आदि। - पानी कैसे पिएं?
धीरे-धीरे घूंट-घूंट करके पानी पिएं, झटके से कभी न पिएं। सुबह खाली पेट पानी पीना फायदेमंद होता है।