पूर्व लैंको के नाम से जाने जाने वाले अडानी पावर प्लांट, कोरबा से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। वेल्डिंग कार्य के दौरान मिट्टी धंसने से एक श्रमिक की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद प्लांट प्रबंधन पर लापरवाही के गंभीर आरोप लग रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, श्रमिक वेल्डिंग के काम में जुटा हुआ था, तभी अचानक नीचे की मिट्टी धंस गई। आसपास मौजूद अन्य श्रमिकों ने तुरंत बचाव की कोशिश की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। हादसे के बाद श्रमिकों में आक्रोश है और उन्होंने प्लांट प्रबंधन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जिस जगह वेल्डिंग हो रही थी वहां पर मिट्टी पहले से कमजोर थी। बावजूद इसके, काम जारी रखा गया। हादसे की खबर मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंच गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और जांच शुरू कर दी गई है।
श्रमिक यूनियनों ने भी इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि पहले भी इस प्लांट में सुरक्षा मानकों को लेकर अनदेखी की जाती रही है, लेकिन अब यह लापरवाही जानलेवा साबित हो गई।
क्या कहता है नियम?
औद्योगिक स्थलों पर कार्य के दौरान सुरक्षा नियमों का पालन अनिवार्य होता है। यदि प्लांट प्रबंधन द्वारा सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई है, तो यह एक गंभीर आपराधिक लापरवाही मानी जाएगी।
अब सवाल यह उठता है—क्या इस बार दोषियों पर कोई कार्रवाई होगी या एक और मजदूर की जान यूं ही फाइलों में गुमहो जाएगी?