नई दिल्ली। भारत ने वैश्विक आर्थिक ताकत के पटल पर एक नया मुकाम हासिल कर लिया है। अब भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है, उसने जापान को पीछे छोड़ दिया है। यह जानकारी नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रमण्यम ने शासकीय परिषद की 10वीं बैठक के बाद मीडिया को दी।
उन्होंने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था अब 4000 अरब डॉलर (4 ट्रिलियन डॉलर) के पार पहुँच चुकी है। इस आंकड़े के साथ भारत अब अमेरिका, चीन और जर्मनी के बाद चौथे स्थान पर है।
भारत में बन रहा है निवेश के लिए बेहतर माहौल
बीवीआर सुब्रमण्यम ने कहा कि वर्तमान में भारत का आर्थिक माहौल बेहद अनुकूल है। भारत मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के लिए एक आकर्षक डेस्टिनेशन बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका की कंपनियों समेत वैश्विक कंपनियों की नजर अब भारत पर है।
विशेषज्ञों का अनुमान: 6.8% की ग्रोथ
वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.8 फीसदी तक पहुँच सकती है। यह आर्थिक सुधारों और निरंतर निवेश का परिणाम है।
टैरिफ रेट्स को लेकर भी जताई उम्मीदें
एपल कंपनी और टैरिफ रेट्स पर पूछे गए सवाल पर बीवीआर सुब्रमण्यम ने कहा कि दरें क्या होंगी, ये तय नहीं है लेकिन भारत मैन्युफैक्चरिंग के लिए एक सस्ती और सक्षम जगह बनता जा रहा है।
भारत का चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनना सिर्फ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि यह वैश्विक मंच पर भारत की बढ़ती साख और भविष्य की मजबूती का संकेत है।