बलोच-अमेरिकी कांग्रेस ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर बलूचिस्तान के लोगों को पाकिस्तान के अत्याचारों से बचाने के लिए भारत सरकार से नैतिक, राजनीतिक और कूटनीतिक समर्थन की मांग की है। संगठन ने चीन की उपस्थिति को भी बलूचिस्तान में एक गंभीर भू-राजनीतिक खतरे के रूप में चिह्नित किया है।
पूर्व बलूच मंत्री ने पीएम मोदी को लिखा भावुक पत्र
बलोच-अमेरिकी कांग्रेस के अध्यक्ष और बलूचिस्तान सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री तारा चंद बलोच ने इस पत्र के माध्यम से भारत से अपील की है कि बलोचों के संघर्ष को समर्थन देकर क्षेत्रीय स्थिरता में योगदान दे। उन्होंने लिखा कि पाकिस्तान की सेना और खुफिया एजेंसियां बलूच नागरिकों के अपहरण, हत्या और यातना के लिए जिम्मेदार हैं।
चीन की उपस्थिति ने बढ़ाया खतरा
पत्र में विशेष रूप से इस बात पर चिंता जताई गई है कि चीन की भागीदारी, विशेषकर चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के माध्यम से, बलूचिस्तान की स्वतंत्रता और संसाधनों पर गंभीर खतरा बन गई है। तारा चंद ने चेतावनी दी कि यह सामरिक हस्तक्षेप न केवल बलूच नागरिकों बल्कि पूरे दक्षिण एशियाई क्षेत्र की सुरक्षा के लिए खतरा है।
भारत से मांगा गया अंतरराष्ट्रीय मंचों पर समर्थन
बलोच-अमेरिकी कांग्रेस ने पीएम मोदी से आग्रह किया कि भारत संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक मंचों पर बलूचियों की आवाज़ को उठाए। यह समर्थन न केवल मानवीय दृष्टिकोण से आवश्यक है, बल्कि भारत के भू-राजनीतिक हितों की दृष्टि से भी अहम साबित हो सकता है।