कोरोना वायरस का खतरा एक बार फिर दस्तक दे रहा है। महाराष्ट्र और केरल से नए मामलों की संख्या बढ़ने लगी है, जिससे प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गए हैं। मुंबई में दो मौतें हुई हैं और केरल में केवल मई माह में 182 नए संक्रमित मिले हैं।
महाराष्ट्र में कोविड की स्थिति
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी दी है कि जनवरी से अब तक 6,066 लोगों के सैंपल जांचे गए, जिनमें से 106 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इनमें से 101 मरीज अकेले मुंबई से हैं, जबकि बाकी पुणे, ठाणे और कोल्हापुर से हैं। इस समय 52 मरीजों में हल्के लक्षण हैं और वे होम आइसोलेशन में हैं, जबकि 16 लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया है।
मुंबई में जिन दो मरीजों की मौत हुई है, उनमें से एक को नेफ्रोटिक सिंड्रोम और हाइपोकैल्सीमिया था, जबकि दूसरा व्यक्ति कैंसर से पीड़ित था। दोनों मामलों में सह-रुग्णता (कोमॉर्बिडिटीज़) पाई गई है।
केरल में ओमिक्रॉन के नए वैरिएंट का खतरा
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज के अनुसार, मई में अब तक राज्य में 182 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। सबसे अधिक मामले कोट्टायम (57), एर्नाकुलम (34) और तिरुवनंतपुरम (30) से सामने आए हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य में भी संक्रमण तेज़ हो सकता है।
मंत्री ने बताया कि ओमिक्रॉन के JN.1, LF.7 और NB 1.8 वेरिएंट राज्य में फैल रहे हैं। ये वेरिएंट तेज़ी से फैलते हैं लेकिन गंभीर बीमारी की संभावना कम होती है। स्वास्थ्य विभाग ने बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और अन्य गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों को सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनने की सलाह दी है।
अस्पतालों में सख्ती
केरल सरकार ने सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में कोरोना जैसे लक्षण दिखने पर मरीजों की RT-PCR जांच अनिवार्य कर दी है। इसके अलावा, सभी अस्पतालों में टेस्टिंग किट और सुरक्षा उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
बरसात के मौसम को देखते हुए राज्य सरकार ने डेंगू, लेप्टोस्पायरोसिस और अन्य जलजनित रोगों को लेकर भी सतर्कता बरतने की अपील की है।