गुजरात के दाहोद जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत हुए 71 करोड़ रुपये के घोटाले में राज्य के पंचायत और कृषि राज्य मंत्री बच्चूभाई खाबड़ के बेटे बलवंत खाबड़ को गिरफ्तार कर लिया गया है। बलवंत पर आरोप है कि उन्होंने एक ठेकेदार एजेंसी के मालिक के रूप में बिना काम किए या सामग्री की आपूर्ति किए फर्जी बिल और पूर्णता प्रमाण पत्र के ज़रिए सरकार से भुगतान प्राप्त कराया।
इस मामले में पुलिस ने तत्कालीन तालुका विकास अधिकारी (टीडीओ) दर्शन पटेल को भी हिरासत में लिया है। अब तक कुल 7 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
बताया गया कि 2021 से 2024 के बीच 35 ठेकेदार एजेंसियों ने सरकारी अधिकारियों से मिलीभगत कर धोखाधड़ी को अंजाम दिया। देवगढ़बरिया और धनपुर तालुका क्षेत्र में यह घोटाला आदिवासी क्षेत्रों के लिए मिले धन का दुरुपयोग कर किया गया।
जिला ग्रामीण विकास एजेंसी द्वारा घोटाले का पर्दाफाश किए जाने के बाद पुलिस ने पिछले महीने केस दर्ज किया था। जांच में सामने आया कि मनरेगा के फर्जी कार्यों और कागजी सबूतों के आधार पर करोड़ों का भुगतान करवाया गया था।