फर्जी नाम, नकली पहचान और 8 साल की घुसपैठ कहानी: भिलाई में रह रही बांग्लादेशी महिला गिरफ्तार, मकान मालिक भी पकड़ा गया
दुर्ग. छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में पुलिस ने एक चौंकाने वाले मामले का खुलासा करते हुए बांग्लादेश से अवैध रूप से भारत में घुसी महिला को गिरफ्तार किया है। यह महिला पिछले दो वर्षों से भिलाई के सुपेला इलाके में छिपकर रह रही थी और ‘अंजली सिंह उर्फ काकोली घोष’ नाम से पहचान बनाकर आम नागरिक की तरह जीवन व्यतीत कर रही थी।महिला की असली पहचान पन्ना बीवी के रूप में सामने आई है, जो बांग्लादेश की नागरिक है। उसने न केवल आधार कार्ड जैसे सरकारी दस्तावेजों में फर्जी जानकारी दी, बल्कि भारत में इलाज जैसी सरकारी सेवाओं का भी फायदा उठाया। एसएसपी विजय अग्रवाल ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि महिला आठ साल पहले बिना पासपोर्ट और वीजा के पश्चिम बंगाल सीमा से भारत में दाखिल हुई थी और पहले कोलकाता में पांच साल तक रही। इसके बाद वह भिलाई पहुंची और सुपेला क्षेत्र में पिछले दो साल से किराए के मकान में रह रही थी।पुलिस की STF टीम ने विशेष निगरानी अभियान के तहत महिला को गिरफ्तार किया। जांच में यह भी सामने आया कि महिला बांग्लादेश में अपने परिवार से इमो ऐप के ज़रिए संपर्क में रहती थी और कोलकाता में एक व्यक्ति को पैसे देकर परिवार तक राशि भिजवाती थी।इस मामले में पुलिस ने महिला को किराए पर रखने वाले मकान मालिक सूरज साव को भी हिरासत में लिया है, जिसने बिना किसी वैध पुलिस सत्यापन के महिला को अपने घर में शरण दी थी। पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है कि इस महिला के संपर्क में और कौन-कौन लोग हैं और क्या किसी नेटवर्क का हिस्सा थी।