Mahadev Betting Case | Bhupesh Baghel attacks BJP and CBI, says- “The government wants to murder me politically”
रायपुर, 2 अप्रैल। महादेव ऑनलाइन सट्टा एप घोटाले में CBI की कार्रवाई के बाद छत्तीसगढ़ में सियासी हलचल तेज हो गई है। CBI ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को आरोपी बनाया है और उनके निवास पर रेड की है। इस पर बघेल ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा सरकार और केंद्रीय जांच एजेंसियों पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, “सेंट्रल एजेंसियां मेरी राजनीतिक हत्या करना चाहती हैं। मुझे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।”
18 दिसंबर को हुई थी FIR, 1 अप्रैल को हुआ खुलासा –
भूपेश बघेल ने कहा कि इस मामले में 18 दिसंबर 2024 को FIR दर्ज की गई थी, लेकिन इसे 1 अप्रैल 2025 को सार्वजनिक किया गया। उन्होंने सवाल उठाया कि यह FIR ED से CBI के बीच घूम रही थी, आखिर सरकार इस मामले को लेकर क्या छिपाना चाहती है?
“भारत सरकार बताए, ऑनलाइन सट्टा लीगल है या नहीं?”
पूर्व सीएम ने केंद्र सरकार पर सीधा निशाना साधते हुए पूछा :
ऑनलाइन सट्टा लीगल है या नहीं?
अगर यह लीगल है, तो प्रोटेक्शन मनी का कोई मामला ही नहीं बनता।
अगर यह इलीगल है, तो महादेव सट्टा ऐप अब तक बंद क्यों नहीं हुआ?
क्या मोदी-शाह और विष्णुदेव महादेव सट्टा ऐप को संरक्षण दे रहे हैं?
FIR में शुभम सोनी का नाम नहीं, भूपेश बघेल को आरोपी क्यों बनाया?
बघेल ने FIR पर सवाल उठाते हुए कहा, “इस घोटाले में सबसे बड़ा नाम शुभम सोनी का है, जो खुद को महादेव सट्टा का मालिक बताता है, लेकिन FIR में उसका नाम नहीं है। जबकि मेरे खिलाफ बयान के आधार पर मुझे आरोपी बना दिया गया है।”
CBI की कार्रवाई पर कांग्रेस का पलटवार –
कांग्रेस ने इस कार्रवाई को राजनीतिक षड्यंत्र बताया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा, “CBI और ED को केवल विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। असली गुनहगारों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही।”
“मुझे पंजाब का प्रभारी बनाए जाने के बाद यह कार्रवाई हुई” –
भूपेश बघेल ने कहा, “मुझे पंजाब का प्रभारी बनाए जाने के बाद केंद्र सरकार बौखला गई है। CBI ने मुझ पर पहले भी CD कांड का आरोप लगाया था, लेकिन 7 साल की जांच के बावजूद कोर्ट ने इसे चार्जशीट लायक नहीं समझा और मुझे डिस्चार्ज कर दिया।”
BJP ने किया पलटवार –
इस पूरे मामले पर भाजपा ने कहा कि “अगर भूपेश बघेल निर्दोष हैं, तो उन्हें जांच में सहयोग करना चाहिए। भ्रष्टाचार में लिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।” राज्य के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा, “CBI अपने तरीके से जांच कर रही है, इसमें राजनीति की कोई जगह नहीं है।”
अब आगे क्या? –
महादेव सट्टा एप घोटाले को लेकर छत्तीसगढ़ की राजनीति गरमा गई है। अब सभी की निगाहें CBI की अगली कार्रवाई और भूपेश बघेल की आगे की रणनीति पर टिकी हैं।